चंडीगढ़। पंजाब में इंडिया गठबंधन को झटका लगा है। सीएम भगवंत मान ने कांग्रेस से गठबंधन की अटकलों को दरकिनार कर पंजाब में सभी 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है।
कांग्रेस और आप के बीच राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन हो चुका है। इसके अलावा गुजरात और दिल्ली में भी सीटों पर सहमति बन गई है। पंजाब में आप की बड़े बहुमत वाली सरकार है। ऐसे में यहां लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने पर सहमति नहीं बन रही।
ऐसे में पंजाब आप ने भी प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ने का बयान दिया था। ये बयान उस समय सामने आया था जब दिल्ली में कांग्रेस और आप आलाकमान के बीच पंजाब को लेकर सहमति नहीं बन सकी थी।
वहीं पंजाब कांग्रेस भी आप के साथ गठबंधन को लेकर सहज नहीं है। पार्टी ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में वार रूम और राज्यस्तरीय कमेटी का गठन कर दिया है, जो राज्यभर में बूथ लेवल तक के नेताओं से सीधे तालमेल बनाकर हलकावार चुनाव रणनीति तैयार करेगी।
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस ने 13 हलकों में लोकसभा को-ऑर्डिनेटरों की तैनाती कर दी थी, जिन्हें लोकसभा हलका स्तर पर स्थानीय नेताओं और वर्करों के साथ समन्वय कायम करने का जिम्मा सौंपा गया है। पंजाब कांग्रेस के नवगठित वार रूम में पार्टी ने रिटायर्ड आईएफएस अधिकारी एचएस किंगरा, राजवंत राय शर्मा, यूथ कांग्रेस के महासचिव अमन स्लैच, कुलजीत सिंह बेदी और जंगप्रीत सिंह को नियुक्त किया है। वार रूम के डिजीटलाइजेशन का काम भी शुरू कर दिया गया है, जिसके तहत डाटा इंटेलिजेंस यूनिट, पॉलिटिकल इंटेलिजेंस यूनिट, ग्राउंड कैंपेन टीम, फ़ील्ड मैनेजमेंट टीम, सोशल मीडिया प्रबंधन टीमों का गठन किया जाएगा।