होलिका दहन आज, 700 साल में पहली बार बन रहा शुभ संयोग, चंद्र ग्रहण का भी प्रकोप,जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

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24 मार्च को होलिका दहन होगा और 25 को होली खेली जाएगी. इस साल होलिका दहन पर भद्रा का अशुभ काल रात करीब 11:13 बजे तक रहेगा. शहरों के हिसाब से ये समय कुछ मिनट आगे-पीछे हो सकता है, इसलिए रात 11:13 बजे बाद होली जलानी चाहिए. इस बार होली पर चंद्र ग्रहण भी है, लेकिन भारत में नहीं दिखने के कारण इसका महत्व नहीं रहेगा.

रंगों का त्योहार होली इस बार 25 मार्च को मनाया जाएगा. इससे एक दिन पहले 24 तारीख को होली जलाई जाएगी. इस बार भद्रा दोष रहेगा इसलिए शाम की बजाय रात में होलिका दहन हो सकेगा. इस बार होलिका दहन के वक्त सितारे बेहद खास रहेंगे, जिससे 9 बड़े शुभ योग बनेंगे. ऐसा शुभ संयोग पिछले 700 साल में नहीं दिखा है.

होलिका दहन के वक्त सर्वार्थसिद्धि, लक्ष्मी, पर्वत, केदार, वरिष्ठ, अमला, उभयचरी, सरल और शश महापुरुष योग बन रहे हैं. इन योग में होली जलने से परेशानियां और रोग दूर होंगे. ये शुभ योग समृद्धि और सफलतादायक रहेंगे. 24 मार्च को सुबह करीब 8:13 मिनट तक चतुर्दशी रहेगी. फिर पूर्णिमा शुरू हो जाएगी जो कि 25 मार्च को सुबह 11:44 बजे तक रहेगी. पूर्णिमा दो दिन तक होने से कन्फ्यूजन हो रहा है. 24 की शाम को पूर्णिमा होने से इसी तारीख को भद्रा खत्म होने के बाद होलिका दहन करना चाहिए. वहीं, 25 मार्च को सूर्योदय के वक्त पूर्णिमा तिथि होने पर इस दिन स्नान-दान और व्रत-पूजा करना चाहिए.

होलिका दहन पर रहेगा भद्रा का साया
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार होलिका दहन के लिए एक घंटा 20 मिनट का ही समय रहेगा. इसकी वजह इस दिन उस दिन भद्रा प्रातः 9:55 से आरंभ होकर रात्रि 11:13 तक भूमि लोक की रहेगी, जो की सर्वथा त्याज्य है. अतः होलिका दहन भद्रा के पश्चात रात्रि 11:13 से मध्य रात्रि 12:33 के मध्य होगा.

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
होलिका दहन तिथि– 24 मार्च 2024भद्रा समाप्ति के बाद होलिका दहन मुहूर्त
24 मार्च 2024 – रात्रि 11:13 से मध्य रात्रि 12:33कुल अवधि – लगभग 01 घंटे 20 मिनट

होली तिथि
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ– 24 मार्च 2024 को सुबह 8:13 मिनट
पूर्णिमा तिथि समाप्त– 25 मार्च 2024 को सुबह 11:44 मिनट.

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