गरियाबंद (deshabhi.com)। छत्तीसगढ़ में आय से अधिक संपत्ति के मामले में ACB/EOW ने आज बड़ी कार्रवाई की है. निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई, रानू साहू और राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई है. जिसमें छत्तीसगढ़ के अलावा राजस्थान और झारखंड में भी छापेमारी की गई है. ACB/EOW की टीम ने आज राजधानी रायपुर, दुर्ग, कोरबा और गरियाबंद में भी छापेमार कार्रवाई की है.
वहीं पाण्डुका में पूर्व IAS रानू साहू के मायके में भी EOW/ ACB ने दबिश दी है. तीन महीने में दूसरी बार EOW/ ACB ने रानू साहू के मायके में दबिश दी है. 2 गाड़ियों में सवार 10 से 12 लोगों की टीम ने रानू साहू के मायके में पहुंचकर छापेमार कार्रवाई शुरू की है. घर में रखे सभी दस्तावेजों की की जांच की जा रही है, जिसमें बीते 4 सालों के भीतर खरीदे गए चल-अचल संपत्ति की भी जांच की जा रही है. इसके अलावा ही गरियाबंद के मैनपुर में भी खरीदे गए जमीन पर तलाब निर्माण भी EOW/ ACB रेडार में है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईओडब्ल्यू की करीबन 17 से अधिक टीम छत्तीसगढ़, राजस्थान और झारखंड में अलग-अलग जगहों पर रेड मारी है. मामले में EOW/ ACB प्रदेश के भिलाई, रायगढ़, कोरबा, झारखंड, राजस्थान, कर्नाटक और बैंगलोर में छापेमारी कर रही है. प्रकरण में तीनों आरोपियों करोड़ों की आय से अधिक संपत्ति के ठिकानों पर जांच पड़ताल की जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक आय से अधिक संपत्ति के मामले में ACB/EOW के 20 स्पेशल टीम तैयार की गई है. जिसमे छत्तीसगढ़ में 16 और अन्य प्रदेशों में 4 टीम कार्रवाई कर रही है. आरोपियो के ठिकानों से करोड़ों रुपयों से अधिक के संपत्ति की जानकारी सामने आई है. पूरे प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस से दो दिन पूर्व ही ईओडब्ल्यू का प्लान छापेमारी के लिए तैयार हो चुका था.
इतना ही नहीं प्रदेश में इन अधिकारियों के खास रहें कारोबारियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है. जिनका प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से कोयला लेवी या फिर सौम्या चौरसिया, रानू साहू और समीर बिश्नोई के कारोबार से जुड़ाव था. इसीलिए टीम ने होटल कारोबारी, कोयला कारोबारी, ठेकेदार और जमीन कारोबारियों के ठिकानों पर कार्रवाई की है.
जानिए क्या है मामला
बता दें कि निलंबित IAS समीर बिश्नोई, रानू साहू और सौम्या चौरसिया पिछले दो साल से जेल में बंद हैं. छत्तीसगढ़ में कोयला लेवी के मामले में ईडी ने सबसे पहले आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसके बाद समीर बिश्नोई, रानू और सौम्या तीनों की संलिप्तता पाई गई थी. कड़ी दर कड़ी जांच बढ़ते चली गई और आरोपियों के विरुद्ध ईओडब्ल्यू में भी कोयला और आय से आधिक संपत्ति का मामला दर्ज हो गया है.