आज का पंचांग 4 जुलाई : आज आषाढ़ शिवरात्रि, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

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राष्ट्रीय मिति आषाढ़ 13, शक सम्वत् 1946, आषाढ़, कृष्ण, त्रयोदशी, बृहस्पतिवार, विक्रम सम्वत् 2081। सौर आषाढ़ मास प्रविष्टे 21, जिल्हिजा 27, हिजरी 1445 (मुस्लिम) तदनुसार अंगे्रजी तारीख 04 जुलाई सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, उत्तर गोल, वर्षा ऋतु। राहुकाल अपराह्न 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक।

त्रयोदशी तिथि प्रातः 05 बजकर 55 मिनट तक उपरांत चतुर्दशी तिथि का आरंभ। मृगशिरा नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 03 बजकर 55 मिनट तक उपरांत आद्र्रा नक्षत्र का आरंभ। गण्ड योग प्रातः 07 बजे तक उपरांत वृद्धि योग का आरंभ। वणिज करण प्रातः 05 बजकर 55 मिनट तक उपरांत चतुष्पद करण का आरंभ। चन्द्रमा अपराह्न 03 बजकर 58 मिनट तक वृष उपरांत मिथुन राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार मास शिवरात्रि व्रत चतुर्दशी तिथि का क्षय।

सूर्योदय का समय 4 जुलाई 2024 : सुबह 5 बजकर 28 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 4 जुलाई 2024 : शाम में 7 बजकर 23 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 4 जुलाई 2024 :
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 7 मिनट से 4 बजकर 48 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 45 मिनट से 3 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्‍यरात्रि रात में 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 7 बजकर 22 मिनट से 7 बजकर 42 मिनट तक। अमृत काल सुबह 5 बजकर 28 मिनट से 7 बजकर 12 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 4 जुलाई 2024 :
राहुकाल दोपहर में 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक। इसके बाद सुबह 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक तक गुलिक काल। सुबह 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक यमगंड। दुर्मुहूर्त काल सुबह 10 बजकर 6 मिनट से दोपहर में 11 बजकर 2 मिनट तक। इसके बाद दोपहर में 3 बजकर 40 मिनट से 4 बजकर 36 मिनट तक। भद्राकाल का समय सुबह 5 बजकर 54 मिनट से 5 बजकर 23 मिनट तक।

उपाय : भगवान विष्णु के दर्शन करने के लिए किसी मंदिर में जाएं और किसी जरुरमंद को चने की दाल का दान दें।

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