सनातन धर्म में हर माह में आने वाले व्रत-त्योहर का बहुत महत्व है। जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं तो इसे मकर संक्रांति कहा जाता है। मकर संक्रांति का पर्व हिंदू धर्म में बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है। इस साल सूर्य मकर राशि में रात 2 बजकर 43 मिनट पर प्रवेश करेंगे इसलिए मकर संक्रांति का त्योहार 14 की जगह 15 को मनाया जा रहा है। मकर संक्रांति के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान, दान और पूजा-पाठ क विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन गंगा नदी में स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ्य देने से व्यक्ति को हर परेशानी से छुटकारा मिल जाता है। व्यक्ति के भाग्य खुल जाते हैं और सफलता कदम चूमती है। इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन कुछ खास उपाय करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं इस दिन किन उपायों को करना लाभदायक रहेगा।
मकर संक्रांति पर नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। साफ वस्त्र धारण करें। फिर तांबे के लोटे में कुमकुम डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें और उनके 12 नामों के साथ इस मंत्र का जाप करें।
मंत्र- ॐ सूर्याय नम:
शुभ फलों की प्राप्ति के लिए मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा करते समय उन्हें कंडेल या लाल रंग के पुष्प अर्पित करें। साथ ही सूर्य के इस मंत्र का जाप करें।
मंत्र- ॐ हूं सूर्याय नम:
समाज में मान-सम्मान में वृद्धि के लिए सूर्य देव को जल अर्पित करते समय उसमें लाल चंदन, काला तिल और गुड़ मिलाकर अर्घ्य दें और सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करें।
मंत्र- ॐ ह्रां हिरण्यगर्भाय नमः
रोगों से छुटकारा और कर्ज से मुक्ति के लिए मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव को रोली, अक्षत और मिश्री जल में डालकर अर्पित करें। साथ ही सूर्य देव के मंत्र का जाप करें।
मंत्र- ॐ भास्कराय नमः
भगवान सूर्य देव की कृपा पाने के लिए उन्हें नियमित रूप से अर्घ्य देकर कोई एक मंत्र का जाप करें। इससे सुख-समृद्धि और अच्छी सेहत का वरदान मिलेगा।
मंत्र- ॐ हृ: पूषणे नम: