भगवान शंकर का सबसे प्रिय महीना सावन 22 जुलाई से शुरू होगा. श्रावण मास का विशेष महत्व है, क्योंकि इस पूरे महीने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है. भगवान शिव का सबसे प्रिय माह सावन ही माना जाता है. इस पूरे माह के दौरान भगवान शिव का जलाभिषेक करने से लेकर कावड़ यात्रा तक की जाती है.
मान्यताओं के अनुसार सावन माह के दौरान भगवान शिव की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और हर तरह के दुख-दरिद्रता से छुटकारा मिल जाता है. इस साल सावन 22 जुलाई से शुरू हो रहा है जो 19 अगस्त को रक्षा बंधन के साथ समाप्त होगा. पंचांग के अनुसार 21 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा है. इसके अगले दिन यानी 22 जुलाई को श्रावण मास शुरू हो जाएगा.
पांच सोमवार का बन रहा संयोग
प्रथम सावन सोमवार व्रत 22 जुलाई, दूसरा सावन सोमवार व्रत 29 जुलाई, तीसरा सावन सोमवार व्रत 5 अगस्त, चौथा सावन सोमवार व्रत 12 अगस्त, पांचवां सावन सोमवार व्रत- 19 अगस्त श्रावण मास में दो प्रदोष व्रत आएंगे जो भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. 1 अगस्त गुरुवार, 19 अगस्त शनिवार, इसके अलावा 25 जुलाई को नागपंचमी, 31 जुलाई को कामिका एकादशी, 4 अगस्त को हरियाली अमावस्या, 7 अगस्त को मधुश्रवा तीज, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 16 अगस्त को पवित्रा एकादशी आएंगे.