मक्का में बढ़ी हज यात्रियों के मौतों की संख्या,1125 से ज्यादा की हुई मौत ,सबसे ज्यादा मौतें मिस्र के हज यात्रियों की,भारत और जॉर्डन भी लिस्ट में

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रियाद (deshabhi.com)। सऊदी अरब में हज करने गए हजारों लोगों की मौत के बाद सऊदी सरकार के इंतजामों को लेकर दुनिया भर में सवाल उठ रहे हैं। लोग सऊदी अरब पर हज यात्रियों के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप लगा रहे हैं जिसके बाद अब पहली बार सऊदी सरकार का बयान सामने आया है । सऊदी अरब के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हज यात्रा के खाड़ी राज्य के प्रबंधन का बचाव किया। लोगों का आरोप है कि भीषण गर्मी में लोगों की अच्छे से देखभाल नहीं की गई और अब तक विभिन्न देशों से 1,100 से अधिक लोगों की मौत हो गई । मौतों पर सरकार की पहली टिप्पणी आई है सऊदी अधिकारी ने बताया, “राज्य विफल नहीं हुआ, लेकिन लोगों की ओर से गलत निर्णय लिया गया, जिन्होंने जोखिमों को नहीं समझा।”

आधिकारिक बयानों और रिपोर्टों को आधार पर 1126 मृतकों में से आधे से अधिक लोग मिस्र से थे। सऊदी अरब के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सऊदी सरकार ने हज के दो सबसे व्यस्त दिनों में 577 मौतों की पुष्टि की है जिसमें शनिवार को अधिक मौत हुईं। उस दिन तीर्थयात्री माउंट अराफात पर तपती धूप में घंटों प्रार्थना करने के लिए एकत्र हुए थे, और दूसरा दिन रविवार को था जब मीना में “शैतान को पत्थर मारने” की रस्म हो रही थी। सऊदी अधिकारियों ने पहले कहा था कि इस साल 18 लाख तीर्थयात्रियों ने भाग लिया, जो पिछले साल के समान ही है। इनमें 16 लाख जायरीन विदेश से आए थे। अधिकारी ने यह स्वीकार किया कि 577 का आंकड़ा आंशिक है और पूरे हज यात्रा के दिनों को कवर नहीं करता।उन्होंने कहा कि यह कठिन मौसम की स्थिति और भीषण तापमान के कारण हुआ।

लोग मौत को देते हैं बुलावा
अधिकारी ने बताया कि हज करने का कोटा देशों के आधार पर बांटा जाता है। लॉटरी के जरिए इन्हें वितरित किया जाता है। परमिट होने के बावजूद कई ऐसे लोग हैं जो बिना परमिट हज यात्रा करने की कोशिश करते हैं। उन्हें गिरफ्तारी या निर्वासन का सामना करना पड़ता है। लोग पैसा बचाने के लिए गलत तरीके से हज करने आते हैं, जिनका रिकार्ड कोई सरकार के पास नहीं होता है। अधिकारी ने जायरीनों का कच्चा चिट्ठा खोलते हुए बताया कि बहुत सारे लोग पैसे बचाने के चक्कर में गलत रास्ते से देश में घुस आते हैं, जिससे उनके हज़ारों डॉलर बच जाते हैं।इनका भी रिकॉर्ड मुश्किल से मिलता है। जबसे सऊदी अरब ने सामान्य पर्यटन वीज़ा पेश किया, जिससे खाड़ी राज्य में प्रवेश करना आसान हो गया है।

इस वजह से जाती है लोगों की जान
इस साल के हज से पहले सऊदी अधिकारियों ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी हजारों ऐसे यात्री हैं जो बिना वीजा के हज के लिए मक्का गए हैं। पैसे की कमी के चलते कई यात्री वीजा नहीं बनाते हैं और गलत तरीके से मक्का पहुंचने की कोशिश करते हैं। हालांकि ऐसा करना काफी खतरनाक माना जाता है। छुप-छुप कर मक्का पहुंचने के लिए उन्हें कड़ी धूप वाले इलाके से गुजरना पड़ता है जिसमें कई लोगों की जान चली जाती है। अधिकारी ने कहा कि अनुमान के मुताबिक 4 लाख अपंजीकृत तीर्थयात्रियों के होने का अनुमान है।अधिकारी ने मिस्र की ओर इशारा करते हुए कहा कि लगभग सभी एक ही राष्ट्रीयता वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 650 से ज्यादा मिस्र के लोगों की मौत हुई, जिसमें से लगभग 630 के पास परमिट नहीं था।

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