० प्रत्येक वार्डों में नाली निर्माण, सीसी रोड, पाइपलाइन विस्तार , आदि कार्यो में जमकर भ्रष्टाचार
अर्जुनी,रवान (deshabhi.com)। सीमेंट नगरी कहे जाने वाले ग्राम पंचायत रवान में हो रहे निर्माण कार्यों में निर्माणकर्ता द्वारा भारी अनियमितता बरती जा रही है। निर्माण कार्यों में सही ढंग से निर्माण सामग्री का उपयोग नहीं किया जा रहा है । वार्डों में छोटे-मोटे काम करा कर राशि आहरण करने का खेल खेला जा रहा है।
ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी देकर 15 वृत का राशि निकाल कर काम कराया जा रहा है जिसके अंतर्गत सभी 20 वार्डों में प्रत्येक पंचों को 49000 की राशि आवंटित की गई है जिसमें प्रत्येक वार्डों में नाली निर्माण, सीसी रोड, पाइपलाइन विस्तार , आदि अनेकों निर्माण काम किया जाना है। जिन वार्डों में छोटे-मोटे सीसी रोड का निर्माण काम किया गया है। उन वार्डों के सीसी रोड में सप्ताह बीच जाने के बाद भी पानी तराई का व्यवस्था नहीं किया गया है ।निर्माण कार्यों में अमानक सामग्री का उपयोग किया जा रहा है सीसी रोड निर्माण में निर्माणकर्ता के द्वारा सरकारी नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। नियमों के अनुसार सीसी रोड निर्माण में प्रत्येक बोरी सीमेंट के साथ 7 तसला रेत व 8 तसला बजरी डाला जाता है परंतु ठेकेदार द्वारा सरकारी नियमों को उल्लंघन करते हुए प्रत्येक बोरी सीमेंट के साथ 10 से 11तसला रेत व 11से12 तसला गिट्टी डालकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिससे वार्ड वासी सीसी रोड निर्माण के गुणवत्ता पर भी सवाल उठा रहे हैं। निर्माणकर्ता द्वारा सीसी रोड निर्माण में लंबाई चौड़ाई व मोटाई का भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है । सीसी रोड निर्माण में भारी कोताहि बरती जा रही है नियमत: सीसी रोड की मोटाई लगभग 4 इंच होती है परंतु निर्माण करता के द्वारा 3 इंच में ही ढलाई कर सीसी रोड का निर्माण कराया जा रहा है। कुछ स्थानों में तो सीसी रोड निर्माण कर बगैर सुरक्षा के छोड़ दिया जा रहा है जिससे जानवर सीसी रोड चल कर खराब कर रहे हैं। वार्डों में चल रहे निर्माण कार्यों में पानी की तराई नहीं होने के कारण निर्माण के कुछ समय में ही उखड़ने लगे हैं। निर्माण कार्य के नाम पर शासन प्रशासन को निर्माणकर्ता द्वारा लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि निर्माण कार्य के नाम पर पैसों की लूट मची हुई है। पंचायत प्रतिनिधि मनमानी करने में लगे हुए हैं छोटे-मोटे कम कर कर राशि हजम करने में लगे हुए हैं।
नाली निमार्ण समझ से परे
वार्ड क्रमांक 13 व 14 में विगत कई वर्षों से पानी निकासी नाली बनवाने की मांग की जा रही है परंतु पंचायत प्रतिनिधि द्वारा नाली निर्माण नहीं कराया जा रहा है बताया जाता है कि बरसात के दिनों में वार्ड क्रमांक 13 व 14 बरसाती पानी से डूब जाता है जिससे वार्ड वासियों को आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसके अलावा वार्ड क्रमांक 13 व 14 में गौठान स्थित है जहां गांव के पशु पालकों को अपने अपने पशुओं को इसी मार्ग से गौठान तक पहुंचाया जाता है बरसाती दिनों में इस मार्ग में घुटने तक पानी भर होने के कारण पशुपालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वही पानी निकासी के लिए नाली नहीं होने के कारण बरसाती पानी घरों में भी जा पहुंचता है। वार्ड क्रमांक 6 का पानी निकासी नाली गंदगी से भरा पड़ा हुआ है। जिसे साफ करने के बजाय रोड के ऊपर छोटे-मोटे पेंच वर्क कर छोड़ दिया गया है। पानी निकासी नाली गंदगी से भारे होने के कारण असहनीय बदबू आ रही है जिसके कारण वार्ड वासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।
गंदगी से भरे नाली के पास में ही सार्वजनिक नल लगा हुआ है जिससे नल से निकलने वाले पानी में संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। कुछ ऐसा ही हाल वार्ड क्रमांक 1 व 2 का है जहां सार्वजनिक नल के पास निकासी नाली नहीं होने के कारण नल का पानी दुर्गा मंच के पास फैल गंदगी फैला रहा है। विगत कई वर्षों से वार्ड वासियों द्वारा निकासी नाली की मांग की जा रही है परंतु पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा निकासी नाली का निर्माण नहीं कराया जा रहा है जिसके कारण वार्ड वासियों में काफी रोष प्राप्त है ।
निर्माण कार्य मे सरकारी नियम दरकिनार
सरकारी नियमों के अनुसार 15वीं वित्त की राशि का उपयोग किसी भी पुराने निर्माण के मरम्मत के लिए नहीं निकाला जा सकता है परंतु पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा पुराने निर्माण के मरम्मत के कार्यों में भी 15वीं वित्त का राशि का उपयोग किया जा रहा है जो ग्राम वासियों में चर्चा का विषय बना हुआ है
क्या कहते है जिम्मेदार
“ग्राम पंचायत रवान के सरपंच विजय वर्मा ने कहा कि पानी तराई के लिए बोला गया है परंतु पानी की तराई नहीं हो पा रही है इसमें मेरी क्या गलती है।”
” ग्राम पंचायत रवान के सचिव पहलाद श्रीवास्तव ने कहा कि निर्माण कार्यों के मूल्यांकन बगैर किसी को रासी आवंटित नहीं की जाएगी जब तक निर्माण मूल्यांकन में सही नहीं पाया जाता तब तक राशि नहीं दिया जाएगा “