“हादसों का सड़क” जिला मुख्यालय मार्ग बलौदाबाजार: भाटापारा मार्ग इतना जर्जर , पैदल चलना भी मुश्किल

admin
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० दौड़ रहे मौत के पहिये,लोक निर्माण विभाग गहरी कुंभकर्णी नींद में, हर रोज हादसा

रूपेश वर्मा,अर्जुनी (deshabhi.com)। जिला बलौदा बाजार भाटापारा को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग लगभग निर्माण के 05 साल के भीतर ही जर्जर हो गया। सड़क में जगह-जगह भारी माल वाहक वाहनों के आवागमन से वाहनों के पहिए के निशान उभर आए हैं भारी वाहनों के आने-जाने के कारण सड़क अंदर धसने लगी है जिले के सड़क का यह हाल भारी वाहनों के कारण बैलगाड़ी चलने वाले सड़क की तरह हो गया है जिसमें चलने से दोपहिया एवं चारपहिया वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं सड़क में तेजी से चलने वाले वाहनों का अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त होना आम बात हो गया है । आए दिन इस मार्ग में राहगीरों को दुर्घटना में अपना जान गवाना पड़ रहा है ।

सड़क बलौदा बाजार बाईपास से लेकर भाटापारा तक हर प्रकार से जर्जर हो चुका है , करोड़ों के लागत से बनाए गए सड़क अब लोगों के चलने लायक नहीं है लोगों को इस पर चलकर अपना जान जोखिम में डालने जैसा है।

सड़क जिला मुख्यालय को भाटापारा से जोड़ने वाला मुख्य सड़क है जिसकी लंबाई लगभग 25 किलोमीटर से 28 किलोमीटर है इस सड़क में दर्जनों गांव भी पड़ता है जहां के लोग जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए इसी मार्ग का उपयोग करते हैं साथ ही जिला मुख्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं व काम करने वाले कर्मचारी अधिकारी इसी मार्ग का उपयोग जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए करते हैं इस सड़क की क्षमता लगभग 40 से 50 टन की है परंतु सड़क में 80 से 90 तन की वाहनों का सैकड़ो वाहनों का रोजाना आना-जाना होता रहता है। अत्यधिक भार वाले वाहनों के इस सड़क में चलने के कारण सड़क अपनी जगह से फैलने लगी है जिससे सड़क में चलने वाले भारी वाहनों के पहिए के निशान बनने लगे हैं यह सड़क जिले में स्थापित सभी प्रमुख सीमेंट संयंत्र पहुंचने का मुख्य मार्ग है साथ ही सभी प्रमुख सीमेंट संयंत्र में कच्चे माल की आपूर्ति इसी मार्ग से कैप्सूल वाहन व भारीभरकम ट्रको के माध्यम से संयंत्र तंक ढुलाई का भी कार्य इसी सड़क से किया जाता है इस 10 वर्ष के भीतर सैकड़ो लोगों ने इसी मार्ग पर अपनी गवाई है यह सड़क लोगों के लिए जी का जंजाल बना हुआ है।

सड़क मरम्मत के नाम पर लीपापोती
जर्जर सड़क का मरम्मत का काम किया जा रहा है ,जो कि मात्र सड़क सुधार के नाम पर लीपापोती कर विभाग खानापूर्ति कर अपने आकाओं के फरमान पर अमलीजामा पहना रहे है सड़क के मरम्मत के दौरान उभरे हुए स्थान में डामर डालकर बराबर किया जा रहा है परंतु भारी वाहनों के चलने के कारण डामर फिर से फैलने लगा है। जिससे समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है सड़क सुधारने के बजाय और खराब होने लगी है। ठेकेदार द्वारा सड़क मरम्मत के नाम पर थूक पालिश किया जा रहा है सड़क मरम्मत के नाम से करोड़ रूपयो का शासन को चूना लगाया जा रहा है। सड़क मरम्मत का काम बलौदा बाजार से भाटापारा तक किया जा रहा है।इस सड़क में सबसे ज्यादा परेशानी फैमिली लेकर चलने वाले लोगों को हो रही है। जो आए दिन इस सड़क में दुर्घटना का शिकार होकर अपना जान गवा रहे हैं। सड़क में आए दिन दुर्घटना होना आम बात हो गया है लोगों के लिए यह सड़क सुविधा कम मुसीबत ज्यादा साबित होने लगी है। राहगीर सड़क में चलने से भी कतराने लगे हैं। राहगीर डरे सहमे हुए मजबूरी में इस सड़क का उपयोग कर रहे हैं । खराब सड़क के कारण इसमें चलने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । लोगों की माने तो सड़क में बलौदा बाजार से भाटापारा सड़क मरम्मत करने वाले ठेकेदार द्वारा कुछ चिन्हित जगहों का मरम्मत कर खाना पूर्ति किया जा रहा है अभी भी सड़क की स्थिति ज्यों कि त्यों बनी हुई है। सड़क की स्थिति सुधरने के बजाय बत से बत्तर होते जा रही है जिससे इसमें चलने से दो पहिया मोटरसाइकिल व चार पहिया कार जैसे वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं । अगल-बगल में चलने वाले वाहनों को अपने चपेट में ले लेते हैं फल स्वरूप वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर लोगों को मौत के गाल में समा रहे हैं ।


ज्ञात हो कि सड़क निर्माण के समय जिले वासियों द्वारा सड़क के गुणवत्ता के ऊपर कई बार सवाल उठाए थे साथ ही सड़क के दोनों और बनने वाले निकासी नाली के बारे में निर्मम कंपनी व शासन प्रशासन को अवगत कराया गया था । परंतु शासन प्रशासन के अधिकारियों के कुंभकर्णी निद्रा में होने के कारण जिले वासियों को इसका खामीयाजा भुगतना पड़ रहा है

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