नौतपा कल से ,बस कर लें ये काम, प्रसन्न हो जाएंगे सूर्य भगवान, देंगे रोग-दोष से मुक्ति, जानें विधि

admin
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भगवान सूर्य ग्रहो के राजा माने जाते है. सूर्य समय समय पर अपना राशि परिवर्तन करते ही रहते है. इसके साथ ही वह अपना नक्ष्त्र भी परिवर्तन करते है. वहीं सूर्य 25 मई को रोहिणी नक्षत्र मे प्रवेश करने वाले है. 8जून तक इसी नक्षत्र मे रहने वाले है. माना जाता है जब तक सूर्य रोहिणी नक्षत्र मे रहते है तब तक गर्मी चरम सीमा पर रहने वाली है.

ये 15दिनों के समय मे सूर्य की तपिश सबसे ज्यादा होती है. वहीं, जब भगवान सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र मे परिवर्तन करेंगे. उस दिन से पुरे नौ दिन को नौतपा कहते है. नौतपा मे मेहंदी लगाना शुभ माना जाता है. इसके साथ ही दान पुण्य भी करना चाहिए. जैसे ही 25 मई को भगवान सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे तब से नौतप्पा की शुरुआत हो जाएगी. नौतप्पा के नौ दिनों में लोगों को भीषण गर्मी से गुजरना पड़ता है. शुरुआती 6 दिन तो गर्मी ज्यादा रहती है. लेकिन, तीन दिन आंधी तूफान और बारिश भी होती है. नौतपा में जितनी ज्यादा गर्मी होगी. मानसून में उतनी अच्छी बारिश भी होने वाली है. नौतपा में अगर भगवान सूर्य की आराधना करते हैं तो अनजाने में हुए पाप कट जाएंगे.

नौतपा में लगाना चाहिए मेहंदी
नौतपा मे महिलाओं को मेहंदी अवश्य लगाना चाहिए. क्योंकि, नौतपा में सूर्य अपने सबसे ज्यादा तपिश में रहती है. इसलिए इन दिनों मे महिलाओ के लिए मेहंदी लगाना शुभ माना जाता है. मेहंदी लगाने से सूर्य दोष की भी समाप्ति होती है. मेहंदी हाथ पैर मे लगाने से शीतलता प्रदान करती है. गर्मी से राहत मिलती है. इसके साथ ही नौतप्पा मे दान का सबसे खास महत्व माना गया है.नौतप्पा के दिनों मे जातक किसी जरुरतमंद के बिच छाता,चप्पल, घड़ा इत्यादि का दान करना चाहिए. इसके साथ ही दूध,दही,मक्ख़न, नारियल का भी दान शुभ माना गया है. ऐसा करने से जातक के जीवन मे अनजाने मे हुए पाप कट जाते है.

नौतपा मे जरूर करे यह कार्य
नौतपा के दिनों में हर रोज वाले सुबह उठकर नदी में स्नान कर भगवान सूर्य को अर्घ प्रदान करना चाहिए. इसके साथ ही भगवान सूर्य के बीज मंत्रो का जाप भी करना चाहिए. इससे आपके कुंडली मे सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होगी. इससे सभी प्रकार के रोग,दोष समाप्त हो जाएंगे. जातक के जीवन मे सुख समृद्धि की वृद्धि होंगी.

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