Last Sawan Somwar 2024: अंतिम सावन सोमवार पर बन रहे 5 शुभ संयोग,ऐसे करें शिव की पूजा

admin
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भगवान भोलेनाथ का प्रिय माह सावन अब अपने समापन की ओर है. सबसे अच्छी बात ये है कि श्रावण मास का समापन सोमवार के दिन हो रहा है, जो व्रत की दृष्टि से बहुत ही अच्छा माना जाता है. यह इस साल का अंतिम सावन सोमवार व्रत होगा. अंतिम सावन सोमवार के दिन 5 शुभ संयोग बन रहे हैं. वैसे तो आप पूरे साल कभी भी शिव पूजा कर सकते हैं लेकिन सावन सोमवार आपको बार-बार नहीं मिलेगा. अंतिम सावन सोमवार पर आप व्रत और शिव पूजा करके भगवान भोलेनोथ का आशीर्वाद प्राप्त कर लें, वरना इस मौके को चूक गए तो फिर आपको 1 साल तक इंतजार करना होगा. आइए जानते हैं कि अंतिम सावन सोमवार कब है? अंतिम सावन सोमवार पर कौन से 5 शुभ संयोग बन रहे हैं?

कब है अंतिम सावन सोमवार 2024?
इस साल का अंतिम सावन सोमवार व्रत 19 अगस्त को है. अंतिम सावन सोमवार के दिन श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है. वैदिक पंचांग के अनुसार, 19 अगस्त को ही श्रावण तिथि 3:04 एएम से शुरू होगी और रात 11:55 बजे तक रहेगी.

अंतिम सावन सोमवार पर 5 शुभ संयोग
अंतिम सावन सोमवार के दिन 5 शुभ संयोगों का निर्माण हो रहा है. अंतिम सावन सोमवार पर शोभन योग बन रहा है, जो सूर्योदय से लेकर देर रात 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. वहीं रवि योग सुबह में 5 बजकर 53 मिनट से सुबह 8 बजकर 10 मिनट तक रहेगा. रवि योग में सभी दोषों को दूर करने की क्षमता होती है.

अंतिम सावन सोमवार पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो 05:53 ए एम से 08:10 ए एम तक रहेगा. इस योग में आप जो भी कार्य करेंगे, वह सफल सिद्ध हो सकता है. ये तीनों ही योग शुभ कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं.

अंतिम सावन सोमवार व्रत पर इन 3 शुभ संयोगों के अलावा सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन भी है. सावन पूर्णिमा के दिन स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. वहीं सावन पूर्णिमा के दिन भद्रा रहित मुहूर्त में बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं और हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन का त्योहार मनाते हैं.

अंतिम सावन सोमवार 2024 मुहूर्त
19 अगस्त को अंतिम सावन सोमवार पर शिव पूजा के लिए सबसे उत्तम समय योग के आधार पर 05:53 ए एम से 08:10 ए एम के बीच है. वैसे पूरे दिन बना शोभन योग भी पूजा पाठ के लिए अच्छा है.

अंतिम सावन सोमवार 2024 जलाभिषेक समय
सावन सोमवार के दिन भगवान शिव का जल से अभिषेक करते हैं. अंतिम सावन सोमवार को आप 05:53 ए एम से शिव जी का जलाभिषेक कर सकते हैं. उस दिन रक्षाबंधन का त्योहार दोपहर से मनाया जाएगा, इसलिए आप जलाभिषेक और शिव पूजा का कार्यक्रम सुबह में कर सकते हैं.

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