दिल्ली (deshabhi.com)। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलांयस’ (INDI) के घटक दलों के नेता लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन का आकलन करने के साथ-साथ चुनाव परिणाम से पहले अपनी रणनीति बनाने के लिए एक जून को बैठक कर सकते हैं। हालांकि, मतदान में अपने शीर्ष नेताओं की व्यस्तता के चलते तृणमूल कांग्रेस इस बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेगी। आगामी एक जून को ही लोकसभा चुनाव के सातवें एवं अंतिम चरण का मतदान होना है। मतगणना चार जून को होगी। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा बुलाई गई इस बैठक में विपक्षी नेता चुनाव नतीजों से पहले अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे और सात चरण के चुनावों में अपने प्रदर्शन का भी आकलन करेंगे।
विपक्षी गठबंधन दावा कर रहा है कि वह भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को केंद्र में सत्ता में लौटने से रोकने और अपनी खुद की सरकार बनाने में सफल रहेगा। दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन ने भी यह दावा किया है कि वह इन चुनावों के बाद लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाएगा। ‘INDI’ गठबंधन बनने के बाद इससे कुल 28 दल जुड़े थे, लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जनता दल (यूनाइटेड) और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में असर रखने वाली राष्ट्रीय लोक दल जैसी कुछ पार्टियां राजग में शामिल हो गईं।
ममता ने शामिल होने से किया इनकार
टीएमसी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी इस बैठक का हिस्सा नहीं बन पाएगी, क्योंकि बैठक वाले दिन ही लोकसभा चुनाव के सातवें एवं अंतिम चरण का मतदान है, जिसको देखते हुए पार्टी के प्रमुख नेता व्यस्त रहेंगे। टीएमसी के सूत्रों ने कहा कि बैठक वाले दिन पश्चिम बंगाल में नौ सीट पर मतदान होगा, जिनमें कोलकाता की दो सीट – कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर शामिल हैं, जो पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हैं। राज्य में उस दिन जिन अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होना है, उनमें यादवपुर, दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर और डायमंड हार्बर शामिल हैं।
पार्टी से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और अन्य शीर्ष नेता उस दिन मतदान करेंगे और इसलिए बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। सूत्र ने इस बात का उल्लेख किया कि पार्टी अब तक विपक्षी गठबंधन की सभी बैठकों में शामिल हुई है। सूत्र के अनुसार, टीएमसी ने बैठक के आयोजकों को शामिल होने में असमर्थता के बारे में जानकारी दे दी है।
‘INDI’ गठबंधन की पहली बैठक पिछले साल 23 जून को पटना में हुई थी, उसके बाद 17-18 जुलाई, 2023 को बेंगलुरु में और फिर 31 अगस्त से 1 सितंबर के बीच मुंबई में बैठक हुई। विपक्षी गठबंधन की चौथी बैठक 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई। इसके बाद अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली में आयोजित ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली में 31 मार्च को विपक्षी नेता शामिल हुए थे। टीएमसी इन सभी बैठकों और जनसभाओं का हिस्सा रही है। दिल्ली में 31 मार्च की रैली में टीएमसी के नेता डेरेक ओब्रायन ने घोषणा की थी कि वे ‘INDI’ ब्लॉक का हिस्सा बने रहेंगे।
छठवें चरण में 7 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश की 58 सीटों पर वोटिंग हुई। इन आठ राज्यों में बिहार, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, पश्विम बंगाल, झारखंड़, ओडिशा, हरियाणा और दिल्ली में वोट डाले गए। चुनाव आयोग के मुताबिक, छठे चरण में 58 सीटों पर शाम 07.45 बजे तक 59.06 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में रात 11.45 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार 61.20 प्रतिशत मतदान हुआ- जो सभी चरणों में सबसे कम है। पांचवें चरण में मतदान इससे थोड़ा अधिक यानी 62.20 प्रतिशत रहा था। चुनाव आयोग ने कहा कि आंकड़े अनुमानित हैं और इन्हें अभी अपडेट किया जाएगा, जिसके बाद अंतिम मतदान प्रतिशत कुछ बढ़ा हुआ आ सकता है।