गणेश चतुर्थी का त्योहार भारत के कई राज्यों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को यह त्योहार शुरू होता है और 10 दिनों तक गणेशोत्सव मनाया जाता है। माना जाता है कि भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को ही गणेश जी का जन्म हुआ था। साल 2024 में यह तिथि 7 सितंबर को है। इस दिन भक्त अपने घर में गणेश स्थापना भी करते हैं। ऐसे में आज हम बताने जा रहे हैं कि, गणेश स्थापना के लिए 7 सितंबर को शुभ मुहूर्त कब रहेगा और इस दिन कौन-कौन से शुभ योग बनने जा रहे हैं।
गणेश चतुर्थी पर शुभ योग
इस बार गणेश चतुर्थी के दिन कई शुभ योग भी बनने जा रहे हैं। जिसके चलते यह त्योहार और भी शुभ फलदायक बन गया है। इस दिन रवि और सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा इसके साथ ही पूरे दिन भर ब्रह्म योग भी विराजमान रहेगा। रवि योग की शुरुआत 6 सितंबर को सुबह 9 बजकर 27 मिनट से हो जाएगी और 7 सितंबर को दोपहर लगभग 13 बजकर 30 मिनट तक यह योग रहेगा। इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग इस दिन दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से अगले दिन यानि 8 सितंबर तक बना रहेगा। इन शुभ योगों का लाभ आप बप्पा का भजन कीर्तन करके पा सकते हैं। इस दौरान गणेश जी के मंत्रों का जप करने से भी आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होगी। आइए अब जान लेते हैं कि गणेश चतुर्थी के दिन आपको कब गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए।
गणेश स्थापना शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी के दौरान कई भक्त घर में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करते हैं। बप्पा की कृपा आपको प्राप्त हो इसलिए आपको गणेश जी की स्थापना सही मुहूर्त में करनी चाहिए। गणेश स्थापना के लिए इस बार शुभ समय सुबह 7 सितंबर को 11 बजकर 2 मिनट से दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। इस दौरान गणेश जी की स्थापना के साथ ही आप बप्पा की पूजा भी कर सकते हैं। अगर सही मुहूर्त में आप बप्पा को घर में विराजमान करते हैं तो जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति आपको होती है।
गणेश चतुर्थी के दिन इन मंत्रों का जप करने से मिलेगा लाभ
ॐ गं गणपतये नमो नमः ।
ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ।
इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः।
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।
पूजा के दौरान भी और पूजा के बाद भी दिन में किस भी वक्त आप गणेश जी के इन सरल मंत्रों का जप कर सकते हैं। इन मंत्रों का जप करने से आपको गणेश जी का आशीर्वाद तो प्राप्त होता ही है, साथ ही मानसिक समस्याओं से भी आपको मुक्ति मिलती है।