हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का खास महत्व है. यह पर्व भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है. इसको विनायक चतुर्थी और गणेश चौथ के नाम से भी जाना जाता है. इस बार यह पर्व 7 सितंबर 2024 दिन शनिवार को है. इस पर्व को भक्त बेहद धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. दरअसल, सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. इसलिए गणेश चतुर्थी पर घर में गणेश जी की मूर्ति जरूर रखी जाती है.
गणेश चतुर्थी ज्यादातर लोग मिट्टी से बनी गणपति की मूर्ति घर लाते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं इन चीजों से बनी मूर्ति भी बहुत शुभ मानी जाती है. माना जाता है कि, इन चीजों से बनी मूर्ति को घर लाने से कार्यों में रही बाधाएं दूर होती हैं. साथ ही घर में धन दौलत की कमी नहीं होने पाती है. अब सवाल है कि आखिर घर में किन चीजों से बनी गणेश की मूर्ति घर में लाना चाहिए?
घर में नहीं जातीं नकारात्मक शक्तियां
हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रसन्नता और आनंद का प्रतीक माना गया है. इसलिए उन्हें घर का रक्षक भी माना जाता है. यही कारण है कि लोग अपने घरों में विघ्नहर्ता की मूर्ति या फोटो लगाते हैं. इस मूर्ति को ज्यादातर लोग मेन गेट के पास रखते हैं. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा घर के नहीं घुस पाती हैं.
किस दिशा में रखें गणपति की मूर्ति
वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में हर चीज को रखने के लिए दिशा का विशेष महत्व होता है. इसी तरह गणेश जी की मूर्ति रखने पर भी दिशा का ध्यान जरूर रखना चाहिए. इसलिए यदि आप विघ्नहर्ता की मूर्ति लाएं तो पश्चिम, उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखें. ये दोनों दिशाएं सबसे उत्तम मानी जाती हैं. ऐसा करने से गणेश जी की कृपा होती है.
कौन सी मूर्ति का क्या होगा प्रभाव?
० घर में गणेश जी की चांदी की मूर्ति लाते हैं तो वह अपको यश प्रदान करती है.
० आम, पीपल और नीम की लकड़ी से बनी मूर्ति लाते हैं तो एनर्जी और गुडलक आता है.
० पीतल की मूर्ति सुख-समृद्धि और आनंद देने वाली होती है.
० लकड़ी की मूर्ति घर लाने से अच्छी सेहत के साथ लंबी उम्र देती है.
० क्रिस्टल की गणेश मूर्ति से घर का वास्तु दोष दूर होता है.
० हल्दी की गणेश मूर्ति शुभ और सौभाग्य देती है.
० कॉपर की गणेश मूर्ति नव विवाहित जोड़ो के लिए बहुत ही शुभ होती है.
० गाय के गोबर से बनी गणेश जी की मूर्ति सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती है.