राजकोट (deshabhi.com)। राजकोट में टीआरपी गेम जोन के मालिकों में से एक प्रकाश हिरन की पिछले हफ्ते गेमिंग सेंटर में लगी भीषण आग में मौत की पुष्टि हो गई है। इस त्रासदी में बच्चों समेत 30 लोगों की जान चली गई।
अधिकारियों ने डीएनए टेस्ट के माध्यम से प्रकाश हिरन की पहचान की पुष्टि की है। घटनास्थल पर मिले अवशेषों से लिए गए नमूनों का प्रकाश की मां के डीएनए से मैच किया गया, जिससे उसकी मौत की पुष्टि हुई।
60 प्रतिशत थी हिस्सेदारी, झुलस कर हुई मौत
बता दें कि प्रकाश हिरन टीआरपी गेम जोन के 60 प्रतिशत शेयरधारक थे। आग लगने के समय के सीसीटीवी फुटेज में प्रकाश को घटनास्थल पर देखा गया था। दरअसल, प्रकाश के भाई जितेंद्र हिरन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि आग लगने के बाद प्रकाश से कोई संपर्क नहीं हो पाया, सभी फोन नंबर बंद हो गए है और प्रकाश की कार आग वाली जगह पर ही मौजूद है।
घटना के बाद से थे लापता
जितेंद्र की अपील के बाद, परिवार से डीएनए नमूने एकत्र किए गए। डीएनए टेस्ट से पुष्टि की कि प्रकाश भी उन पीड़ितों में से था जिनके अवशेष आग के बाद पाए गए थे। पुलिस ने गेम जोन में आग लगने के सिलसिले में हिरन सहित छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दरअसल, राजकोट अग्निकांड के बाद पहचान के लिए मृतकों के परिजनों का डीएनए टेस्ट मैच किया जा रहा है।लेकिन अब तक केवल 20 शवों की ही पहचान हो पाई है।