बलौदाबाजार (deshabhi.com)। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में दो दिन पूर्व जब आदिवासी समाज के लोग तेंदूपत्ता तोड़कर लौट रहे थे। तभी उनका पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरा। इस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद भी वाहन चालकों ने सबक नहीं लिया और बेधड़क मालवाहक वाहनों में सवारी ढो रहे थे।
बलौदा बाजार जिले के पलारी अंचल में शादी-सीजन शुरू होते ही वाहन चालकों की मनमानी शुरू हो जाती है। वाहन चालक यातायात नियमों को ठेंगा दिखाकर मालवाहक वाहनों में सवारियां ढो रहे हैं। रोजना दर्जनों वाहन आर टी ओ और पुलिस के आंखों के सामने से गुजर रहे हैं, लेकिन ऐसे वाहनों पर विभाग कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे उनके हौसले बुलंद हैं।
अंचल में मालवाहक वाहनों पर यात्रियों को बिठाकर उनकी जान जोखिम में डाल रहे हैं। लगातार सड़क दुर्घटनाएं होने के बाद भी लापरवाही देखी जा रही है। लोगो का कहना हैं कि शादी, छट्टी, दशगात्र जैसे कार्यक्रमों में ट्रैक्टर, पिकअप, छोटा हाथी वाहनो में भेड़ बकरी की तरह लोगों को भर कर लिया जाता है, क्षेत्र में ऐसे वाहनो से बड़ी दुर्घटना भी हो चुकी हैं शायद विभाग एक और बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रही हैं।