भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप को लड्डू गोपल के नाम से जाना जाता है और हिन्दू धर्म में लगभग घरों में ये विराजित होते हैं. इनकी पूजा के दौरान कई सारी बातों का ध्यान रखा जाता है क्योंकि लड्डू गोपाल बाल रूप हैं, इसलिए इन्हें किसी बालक की भांति ही लाड़-प्यार दिया जाता है. घर में कोई भी खाने पीने की चीज उन्हें पहले अर्पित की जाती है. घर में उन्हें स्नान कराने से लेकर कपड़े पहनाना और भोग लगाने के अलावा झूला झुलाना और सुलाने तक घर के सदस्य या बच्चे की तरह रखा जाता है. ऐसा माना जाता है कि लड्डू गोपाल की कृपा से घर में सुख-समृद्धि आती है, इसलिए भूल से भूल ना हो जाए, तो इन कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें.
- यदि आपके घर में लड्डू गोपाल हैं या लाने वाले हैं तो उन्हें हर रोज स्नान कराएं. उन्हें शंख में दूध, दही, गंगाजल और घी डालकर स्नान कराएं. लेकिन, ध्यान रहे स्नान के बाद पानी को कहीं भी ना फेंक दें, बल्कि इसे तुलसी के पौधे में डालें.
- लड्डू गोपाल को स्नान कराने के बाद साफ और मुलायम कपड़े से पोछें और इसके बाद चंदन लगाएं. उन्हें कपड़े पहनाएं. यहां ध्यान रखने की बात यह कि वस्त्र हमेशा मौसम के हिसाब से ही पहनाएं. यदि सर्दी है तो स्वेटर पहनाएं.
- लड्डू गोपाल को प्रतिदिन चार बार भोग लगाएं. इसमें श्रीकृष्ण का सबसे प्रिय माखन और मिश्री के अलावा आप लड्डू, खीर और हलवे का भोग शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा आप अपने घर में बनने वाले सात्विक भोजन का भोग भी लगा सकते हैं.
- लड्डू गोपाल को आप जब भी भोग लगाएं, घंटी जरूर बजाएं और साथ ही उसमें तुलसी दल भी जरूर शामिल करें. इसके अलावा चार बार भोग लगाने के साथ ही उनकी आरती करना भी अनिवार्य माना जाता है. इससे आपके ऊपर लड्डू गोपाल की कृपा बनी रहती है.
- लड्डू गोपाल घर में सबसे छोटे सदस्य माने जाते हैं, ऐसे में उनका ख्याल नन्हें बालक की तरह रखा जाता है. आप रात में सोने से पहले लड्डू गोपाल को झूला झुलाएं और सुलाने के बाद पर्दे याद से जरूर बंद करें. साथ ही आप कभी भी घर में लड्डू गोपाल को अकेला ना छोड़ें.