सावन माह में इस बार त्योहारों की बहार रहेगी. इस महीने में रक्षाबंधन, नाग पंचमी समेत कई महत्वपूर्ण व्रत त्योहार के साथ कई शुभ योग संयोग बन रहे हैं. सावन के दूसरे दिन मंगला गौरी व्रत है. आस्था, उमंग और उत्साह का श्रावण महीना भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित रहेगा.
सावन माह में रक्षाबंधन, नाग पंचमी, हरियाली तीज, प्रदोष व्रत, विनायक चतुर्थी, कामदा एकादशी समेत कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आएंगे. वहीं इस बार सावन माह में दो एकादशी आएगी.
यह है प्रमुख व्रत और त्योहार आएंगे
सावन माह के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत आएगा. मंगला गौरी व्रत की शुरुआत 23 जुलाई से होगी. इस व्रत को रखने से महिलाएं मां पार्वती की पूजा करती है. इस व्रत को रखने से अखंड सुहाग और संतान की प्राप्ति होती है. इसके अलावा 7 अगस्त को हरियाली तीज मनाई जाएगी. इस दिन बाग बगीचों में झूले डालते हैं. महिलाएं अखंड सौभाग्य की कामना के साथ गौरी स्वरूपा तीज माता की पूजा करेंगी. उसके बाद 19 अगस्त को रक्षाबंधन सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाएगा. यह भाई-बहन के अटूट प्रेम को दर्शाता है. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाइयों पर राखी बांधती है. उनके सफल और सुखी जीवन की कामना करती है. भाई अपनी बहनों को रक्षा का वचन देते हैं.
बन रहे ये शुभ संयोग
सावन माह में पूरे समय कई शुभ योग संयोग बनेंगे. इनमें सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि, योग रवि पुष्य योग, द्विपुष्कर योग, रवि योग, राजयोग रहेंगे जिसमें भगवान शिव का अभिषेक पूजन जलाभिषेक दुग्ध अभिषेक करना शुभ फलदाई रहेगा.
जानें कौन-सा व्रत-त्योहार किस दिन मनाया जाएगा
23 जुलाई- पहला मंगला गौरी व्रत
24 जुलाई- गजानन संकष्टी चतुर्थी
27 जुलाई- मासिक कृष्ण जन्माष्टमी, कालाष्टमी
29 जुलाई- दूसरा सावन सोमवार
30 जुलाई-दूसरा मंगला गौरी व्रत
31 जुलाई- कामदा एकादशी
1 अगस्त – प्रदोष व्रत
4 अगस्त – हरियाली अमावस्या
5 अगस्त- तीसरा सावन सोमवार
6 अगस्त- तीसरा मंगला गौरी व्रत
8 अगस्त- विनायक चतुर्थी
9 अगस्त- नाग पंचमी
12 अगस्त- सावन का चौथा सोमवार
13 अगस्त- चौथा मंगला गौरी व्रत, दुर्गाष्टमी
16 अगस्त- पुत्रदा एकादशी
17 अगस्त शनि प्रदोष व्रत
19 अगस्त- रक्षाबंधन, सावन पूर्णिमा, सोमवार व्रत और सावन का समापन