दिल्ली (deshabhi.com)। आज सोमवार संसद सत्र के दौरान हंगामा देखने को मिला है। इस दौरान जैसे ही विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बोलना शुरू किया संसद में हंगामा मच गया। अपनी स्पीच के दौरान राहुल गांधी ने भगवान शिव की तस्वीर दिखाई। जिसके चलते लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नियम पुस्तिका दिखा दी। राहुल ने कहा,’आज मैं अपने भाषण की शुरुआत अपने बीजेपी और आरएसएस के दोस्तों को हमारे आइडिया के बारे में बताने से कर रहा हूं, जिसका इस्तेमाल हम संविधान की रक्षा करने के लिए करते हैं।’
गांधी के इस कृत्य पर आपत्ति जताते हुए अध्यक्ष ने कहा, “नियमों के अनुसार तख्तियां दिखाने की अनुमति नहीं है।” लोकसभा में बोलते हुए राहुल गांधी ने यह भी कहा कि संविधान, भारत के विचार और भाजपा द्वारा प्रस्तावित विचारों का विरोध करने वाले लाखों लोगों पर एक व्यवस्थित हमला किया गया है। इसी बीच राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा, मैं बायोलॉजिकल हूं। लेकिन प्रधानमंत्री बायोलॉजिकल नहीं हैं। राहुल गांधी जब अपनी स्पीच दे रहे थे, तब स्पीकर ने किसी बात पर उन्हें टोका. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने शिवजी की फोटो दिखा दी और आप गुस्सा हो गए।
राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया. इसका कारण है। हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है। हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं। दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा और नफरत-नफरत-नफरत करते हैं। आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है, सच का साथ देना चाहिए।’
राहुल ने भगवान शिव को अपने लिए प्रेरणा बताते हुए कहा कि उनसे विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष की प्रेरणा मिली। उनके बाएं हाथ में त्रिशूल का मतलब अहिंसा है। हमने सच की रक्षा की है बिना किसी हिंसा के। राहुल गांधी ने ये भी आरोप लगाया कि उन पर फर्जी मुकदमे लगा दिए गए हैं। ईडी ने मुझसे पूछताछ की, अफसर भी हैरान थे। INDIA ब्लॉक के नेताओं को जेल में रखा गया। ओबीसी-एससी-एसटी की बात करने वालों पर मुकदमे किए जा रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा- प्रधानमंत्री कहते हैं कि (महात्मा) गांधी मर चुके हैं और गांधी को एक फिल्म के ज़रिए फिर से ज़िंदा किया गया है। क्या आप इस अज्ञानता को समझ सकते हैं? एक और बात जो मैंने देखी वो ये कि सिर्फ़ एक धर्म ही साहस की बात नहीं करता। सभी धर्म साहस की बात करते हैं।”