नई दिल्ली (deshabhi.com)। भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स नासा बुच विल्मो के साथ स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से स्पेस में गई थी। जहां उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर एक सप्ताह बिताने के बाद 13 जून को वापस पृथ्वी पर लौटना था, लेकिन अभी तक वो लौटी नहीं हैं। उनके साथ एक और अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर भी वहां फंस गए हैं। दोनों 5 जून को स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष गए थे। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर कब तक लौटेंगे? अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने अब तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
बोइंग ने एक बयान में कहा कि स्पेस कैप्सूल में थ्रस्टर फेलियर और लीक वॉल्व जैसी कुछ तकनीकी समस्याएं आ गई थीं और इसे ठीक करने के लिए ही विलियम्स और बुच की वापसी टालनी पड़ी है। 59 साल की सुनीता विलियम्स इससे पहले दो बार अंतरिक्ष की यात्रा कर चुकी हैं। इससे पहले वो 2006 और 2012 में अंतरिक्ष जा चुकी हैं। नासा के मुताबिक, उन्होंने अंतरिक्ष में कुल 322 दिन बिताए हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, नासा और बोइंग दोनों को ही हीलियम लीक के बारे में जानते थे। उसके बावजूद उन्होंने इस लीकेज को मिशन के लिए मामूली खतरा माना। स्टारलाइनर बोइंग का ही स्पेसक्राफ्ट है नासा और बोइंग के इस फैसले के कारण सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में फंस गए हैं। दावा ये भी किया जा रहा है कि इसी लीकेज के कारण लॉन्चिंग को पहले टाल दिया गया था। पहले ये मिशन 7 मई को लॉन्च होने वाला था।
स्टारलाइनर की फ्यूल कैपेसिटी 45 दिन की है। इस मिशन को शुरू हुए 18 दिन गुजर चुके हैं और अब सिर्फ 27 दिन बाकी हैं। फिलहाल, नासा और बोइंग दोनों ही सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को सुरक्षित वापस लाने के लिए जुटे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, नासा को दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए नया रॉकेट भेजने के लिए मजबूर किया जा सकता है। ऐसे में उन्होंने उम्मीद कि जा रही है कि इस मिशन को पूरा करने के लिए एलन मस्क के स्पेसएक्स की मदद ली जा सकती है।
नासा ले सकती है मस्क की मदद
वहीं ब्रिटिश टैबलॉयड डेलीमेल ने एक्सपर्ट्स से बातचीत के हवाले से बताया कि नासा को उन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए नया रॉकेट भेजने के लिए मजबूर किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि इस मिशन को पूरा करने के लिए एलन मस्क के स्पेसएक्स की मदद ली जा सकती है।