बंगलुरू (deshabhi.com)। यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे जदएस से निलंबित नेता प्रज्वल रेवन्ना को आखिरकार एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। जर्मनी के म्यूनिख से बंगलूरू हवाई अड्डे पर पहुंचते ही उन्हें विशेष जांच दल (एसआईटी) ने केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्ज्वल ने पहले ही एक वीडियो संदेश जारी कर 31 मई को एसआईटी के सामने पेश होने के लिए कहा था।
बता दें कि प्रज्वल पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के बड़े बेटे एचडी रेवन्ना के पुत्र हैं। उन पर अगले दिन 28 अप्रैल को हासन जिले के होलेनरासीपुर थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। प्रज्वल से जुड़े कथित यौन शोषण के वीडियो सोशल मीडिया में 24 अप्रैल से वायरल हो रहे थे। JDS विधायक एचडी रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्वल के खिलाफ उनकी घरेलू सहायिका ने शिकायत की थी। पीड़ित महिला ने यह भी आरोप लगाया कि प्रज्वल उनकी बेटी को भी वीडियो कॉल करता था और अश्लील हरकतें करता था, जिसके बाद उसका नंबर ब्लॉक करने के लिए मजबूर होना पड़ा। आरोप है कि महिलाओं से यौन शोषण के 2500 से ज्यादा वीडियो वायरल हो रहे हैं। इनमें प्रज्वल यौन शोषण कर रहे हैं।
पुलिस ने क्या जांच की है?
जानकारी के लिए बता दें कि हसन लोकसभा सीट से प्रज्वल रेवन्ना चुनाव लड़ रहा था, लेकिन जैसे ही इस कथित सेक्स स्कैंडल की बात सामने आई, रेवन्ना बुरा फंस गया और फिर वो विदेश भाग गया। अभी के लिए पुलिस द्वारा बताया गया है कि रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के कुल तीन मामले दर्ज हुए हैं, उसमें एक एक संदिग्ध वीडियो भी सामने आया है जिसकी जांच जारी है।
आरोप क्या लगा है?
जानकारी के लिए बता दें कि प्रज्वल और उसके पिता एचडी रेवन्ना पर अपने के घर की सहायिका के साथ यौन शोषण करने का गंभीर आरोप लगा था। सोशल मीडिया पर उस विवाद के कुछ कथित वीडियो भी तब वायरल हुए थे। उन वीडियो में रेवन्ना खुद दिखाई भी पड़ रहा था। अब उन वीडियो के आधार पर कर्नाटक की पुलिस ने जांच शुरू की थी और SIT का गठन भी हुआ।
प्रज्वल ने पेश होने के लिए मांगा वक्त
प्रज्वल लोकसभा चुनाव में दूसरी बार हासन सीट से जेडीएस-बीजेपी का संयुक्त उम्मीदवार है। हासन सीट पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग हो गई है, जिसके बाद प्रज्वल ने देश छोड़ दिया। एसआईटी ने मंगलवार को प्रज्वल और उनके पिता एचडी रेवन्ना को नोटिस जारी किया और एसआईटी के सामने पेश होने को कहा। बुधवार को पहली बार प्रज्वल की प्रतिक्रिया आई. उसने कहा, सच्चाई की जीत होगी। प्रज्वल ने कहा, मैं जांच में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं। वकील के जरिए सीआईडी बेंगलुरु को बता दिया है। जल्द ही सच्चाई सामने आएगी। उसने मामले की जांच कर रही एसआईटी के सामने पेश होने के लिए सात दिन का वक्त मांगा है। वहीं, एचडी रेवन्ना ने कहा, मुझे नोटिस की जानकारी नहीं है। हालांकि, एसआईटी ने हमारे घर पर नोटिस चस्पा किया है। हम जांच में हर तरह से सहयोग करेंगे।
जेडीएस ने प्रज्वल को पार्टी से निकाला
मामले में आईपीसी की धारा 354ए (यौन शोषण), 354डी (पीछा करना), 506 (धमकी) और 509 (महिला की गरिमा का अपमान) के तहत FIR दर्ज की गई है। जेडीएस ने मंगलवार को प्रज्वल को जांच होने तक पार्टी से सस्पेंड कर दिया है और कहा, अगर वो दोषी पाए गए तो उन्हें निष्कासित कर दिया जाएगा। प्रज्वल के कथित वायरल वीडियो से पार्टी और उसके नेतृत्व को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है।
रेवन्ना केस पर होती पॉलिटिक्स
वैसे चुनाव में भी रेवन्ना का ये स्कैंडल बड़ा मुद्दा बन चुका है। विपक्ष द्वारा सीधे पीएम मोदी और बीजेपी पर हमला किया गया है। राहुल गांधी ने इस केस को सीधे-सीधे महिला सुरक्षा से जोड़ दिया था और अपनी हर रैली में प्रमुखता से इस मुद्दे को उठाया। मीडिया के सामने भी जब किसी मुद्दे पर उनसे सवाल हुआ, उन्होंने सिर्फ रेवन्ना केस का जिक्र कर बीजेपी को घेरने का काम किया।