दिल्ली (deshabhi.com)। विपक्षी इंडिया गठबंधन के शीर्ष नेता रविवार को दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में इकट्ठा होंगे. इसे ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली कहा जा रहा है. शराब नीति मामले में 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद इस कार्यक्रम को विपक्ष की ताकत और एकता दोनों के प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, लालू यादव, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन, फारूख अब्दुल्ला समेत करीब 28 नेताओं के रैली में पहुंचने की संभावना है. इस रैली में अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनिता केजरीवाल और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी शामिल होंगी.
वहीं गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी ने कहा कि यह रैली आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की उत्पाद शुल्क नीति मामले में ED द्वारा गिरफ्तारी के विरोध में है. सबसे बड़े घटक दल कांग्रेस ने कहा कि विरोध ‘व्यक्ति-विशेष’ नहीं है और विपक्ष भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाएगा.
सुबह 11 बजे शुरू होने वाली इंडिया ब्लॉक की ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली से पहले आप कार्यकर्ता दिल्ली के रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए.
लोकतंत्र बचाओ रैली: दिल्ली में दिखे कांग्रेस नेताओं के पोस्टर
संयुक्त विपक्ष के विरोध प्रदर्शन से पहले, दिल्ली के कुछ हिस्सों में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व प्रमुख सोनिया और राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और केसी वेणुगोपाल सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के पोस्टर देखे गए.
लोकतंत्र बचाओ रैली: रैली में 28 नेताओं के पहुंचने की संभावना
रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, लालू यादव, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन, फारूख अब्दुल्ला समेत करीब 28 नेताओं के रैली में पहुंचने की संभावना है.