देश और दुनिया में 18 मार्च का इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है और कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई हैं।
18 मार्च का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 2006 में आज ही के दिन संयुक्त राष्ट्र ने मानवाधिकार परिषद के गठन का प्रस्ताव मंजूर किया था। 2009 में 18 मार्च के दिन ही केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मेघालय में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी।
18 मार्च का इतिहास (18 March Ka Itihas) इस प्रकार है:
2009 में आज के दिन ही केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मेघालय में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी।
2007 में 18 मार्च के दिन ही उत्तर कोरिया ने परमाणु कार्यक्रम बंद करने का कार्य शुरू किया था।
2006 में आज ही के दिन संयुक्त राष्ट्र ने ‘मानवाधिकार परिषद’ के गठन का प्रस्ताव मंजूर किया था।
1990 में 18 मार्च के दिन ही अमरीकी संग्रहालय से लगभग 500 मिलियन डॉलर की कलाकृतियों की चोरी हो गई थीं।
1965 में आज ही के दिन सोवियत संघ के वायुसेना पायलट एलेक्सी लियोनोव ने पहली बार स्पेसवॉक किया था।
1944 में 18 मार्च के दिन ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आजाद हिंद फौज ने बर्मा की सीमा पार की थी।
1922 में आज ही के दिन ब्रितानी अदालत ने सविनय अवज्ञा आंदोलन के बाद राजद्रोह मामले में महात्मा गांधी को छह साल की सजा सुनाई थी।
1910 में 18 मार्च के दिन ही अनिवार्य और मुफ्त प्राथमिक शिक्षा प्रावधान के लिए गोपाल कृष्ण गोखले ने ब्रिटिश विधान परिषद के सामने अपना प्रस्ताव रखा था।
18 मार्च का इतिहास (18 March Ka Itihas) – जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति
1938 में आज ही के दिन हिंदी सिनेमा जगत के प्रसिद्ध अभिनेताओं में से एक शशि कपूर का जन्म हुआ था।
1914 में 18 मार्च के दिन ही अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के पूर्व अध्यक्ष एवं भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त रह चुके नागेन्द्र सिंह का जन्म हुआ था।
1914 में आज ही के दिन आजाद हिंदी फौज के अधिकारी गुरबख्श सिंह ढिल्लों का जन्म हुआ था।
18 मार्च को हुए निधन
2000 में आज ही के दिन हिंदी सिनेमा की जानीमानी गायिका राजकुमारी दुबे का निधन हुआ था।
2007 में 18 मार्च के दिन ही पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच बॉब वूल्मर का निधन हुआ था।