सूर्य को अर्घ्य देते समय इन बातों का रखें ध्यान, शारीरिक और मानसिक तकलीफ होगी दूर

admin
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हिंदू धर्म में पूजा का खास महत्व होता है. सूर्य चंद्रमा जैसे ग्रहों से लेकर प्राकृतिक की भी पूजा की जाती है. वहीं सूर्य भगवान की विधि विधान से पूजा आराधना करने पर शरीर से शारीरिक और मानसिक बीमारी खत्म हो जाती है.

सूर्य भगवान प्रत्यक्ष देवता माने जाते हैं. अगर जातक प्रतिदिन स्नान कर भगवान सूर्य को जल अर्पण करते हैं तो इससे भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं. वहीं हर देवता को पूजने में एक विधि विधान होता है. उसके अनुसार ही पूजन किया जाता है.


ऐसे करें भगवान सूर्य को जल अर्पण
तांबे का पात्र
: भगवान सूर्य को तांबे के पात्र में ही जल अर्पण करना चाहिए. भगवान सूर्य को भूलकर भी स्टील, कांच, चांदी आदि बर्तनों में जल अर्पण या अर्घ्य ना दें.

जल में डाले ये चीजे : सूर्य भगवान को सिर्फ जल अर्पण नहीं करना चाहिए. जल में थोड़ी सी हल्दी, थोड़ी सी रोड़ी और एक जावा फुल डालकर ही अर्पण करना चाहिए. इससे सकारात्मक फल की प्राप्ति होती है.

दिशा का रखे ध्यान : भगवान सूर्य को जल अर्पण करते समय दिशा का अवश्य ध्यान रखें. सूर्य भगवान को अर्घ देते समय पूर्व दिशा में खड़े होकर दोनों हाथ से तांबे के पात्र को पकड़ कर जल अर्पण करें.

दोनों हाथ से भी जल अर्पण कर सकते हैं : अगर आप नदी में स्नान करते हैं. वहां तांबे का पात्र उपलब्ध ना हो तो दोनों हाथों की तर्जनी में जल भरकर सूर्य मंत्र का जाप कर भगवान सूर्य को जल अर्पण करें. इसे सभी प्रकार के शारीरिक और मानसिक कष्ट समाप्त हो जाएंगे.

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