साल का अंतिम प्रदोष व्रत आज: शिव जी की विधि-विधान से करें पूजा

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मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि, कृतिका नक्षत्र, योग साध्य, रविवार दिन और पूर्व का दिशाशूल है. दिसंबर का अंतिम प्रदोष व्रत 24 दिसंबर को है. यह रवि प्रदोष व्रत है. जो लोग रवि प्रदोष व्रत रखकर शिव जी की विधि विधान से पूजा करते हैं, वे दीर्घायु होते हैं और उनकी सेहत ठीक रहती है. प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय में ही करते हैं. सूर्यास्त के बाद से प्रदोष काल शुरू होता है. पूजा के दौरान शिव जी को गंगाजल और बेलपत्र जरूरत अर्पित करते हैं. इस दौरान रवि प्रदोष व्रत की कथा पढ़नी चाहिए.

रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा करते हैं. सूर्य देव को जल से अर्घ्य देते समय उसमें लाल फूल और लाल चंदन जरूर डाल लेना चाहिए. सूर्य की पूजा करने से आपके धन-धान्य में वृद्धि होती है, भाग्य बढ़ता है, करियर में उन्नति होती है, पिता के साथ संबंध मजबूत होते हैं और उनका सहयोग प्राप्त होता है. जो लोग रविवार का व्रत रखते हैं, वे नमक का सेवन न करें. पारण के समय मीठा भोजन करें. कुंडली में सूर्य की​ स्थिति कमजोर है या सूर्य दोष है तो आप रविवार को सूर्य चालीसा का पाठ और सूर्य मंत्र का जाप करें. पंचांग से जानते हैं शुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल आदि.

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24 दिसंबर 2023 का पंचांग

आज की तिथि- शुक्ल त्रयोदशी
आज नक्षत्र – कृतिका
आज का करण – कौलव
आज का पक्ष – शुक्ल पक्ष
आज का योग- साध्य till 05:29:28 AM, 25 दिसम्बर
आज का दिन- रविवार
चंद्र राशि – वृष
ऋतु – हेमंत

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