गुजरात में बारिश से 26 की मौत, वडोदरा, जामनगर और द्वारका में सबसे ज्यादा तबाही; इन जिलों में रेड अलर्ट

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Surat, Aug 27 (ANI): A view of swollen Tapi River after water being discharged from the Ukai dam following heavy rainfall, in Surat on Tuesday. (ANI Photo)

जामनगर (deshabhi.com)। गुजरात में लगातार हो रही बारिश ने कई जिलों में भारी तबाही मचाई है। मौसम विभाग ने आज भी राज्य में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है और कच्छ, जामनगर, मोरबी, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर जिलों में रेड अलर्ट दिया गया है। यहां पर तेज बारिश के साथ तूफान की भी संभावना है। सुरेंद्रनगर, अमरेली, गिर और सोमनाथ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी है। जबकि अन्य जिलों में हल्की बारिश की चेतावनी दी गई है। गुजरात में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में पिछले तीन दिनों में 26 लोगों की जान चली गई है।

वडोदरा में विश्वामित्री नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है और शहर में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। 25 फीट के खतरे के निशान के मुकाबले नदी का जलस्तर 34 फीट को पार कर चुका है। शहर में सड़कों पर पानी भर गया है और कई जगह मगरमच्छ भी रिहायशी इलाकों में घुस गए हैं, जिससे लोगों की जान को खतरा बढ़ गया है। यहां तक कि कारों और बाइकों को भी भारी नुकसान हुआ है।

जामनगर और द्वारका में भी स्थिति गंभीर है। जामनगर में घरों के ग्राउंड फ्लोर पूरी तरह पानी में डूब गए हैं और लोग अपने घरों के ऊपरी मंज़िलों पर फंसे हुए हैं। द्वारका में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वायुसेना को तैनात किया गया है, जहां हेलीकॉप्टर के जरिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
गुजरात में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में पिछले तीन दिनों में 26 लोगों की जान चली गई है। इनमें से 19 मौतें बीते 24 घंटों में हुई हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में पानी भरने के कारण अब तक 17,800 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।

वडोदरा, जामनगर और द्वारका में स्थानीय प्रशासन, NDRF और सेना मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। वडोदरा की कॉलोनियों में फंसे लोगों को लाइफ बोट के जरिए बाहर निकाला जा रहा है। सेना और वायुसेना के जवान 24 घंटे लोगों की जान बचाने के मिशन में लगे हुए हैं।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह उनसे फोन पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने बाढ़ की स्थिति और प्रभावित लोगों के लिए राहत उपायों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने राज्य के विभिन्न जिलों के प्रभावित लोगों के लिए राहत उपायों के बारे में जाना। वडोदरा में विश्वामित्री नदी की बाढ़ पर चिंता व्यक्त करते हुए, उन्होंने प्रभावित लोगों को दी जा रही राहत और सहायता का विवरण मांगा। प्रधानमंत्री ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य सहित मामलों पर मार्गदर्शन दिया और सार्वजनिक जीवन को जल्दी से बहाल करने के लिए एक बार फिर केंद्र सरकार से सभी समर्थन का आश्वासन दिया।


गुजरात में सामान्य से अधिक बारिश
गुजरात में अब तक 652.4 मिमी बारिश हो चुकी है जबकि सामान्य बारिश का स्तर 558.3 मिमी है। राज्य में 6 जिलों में सेना को तैनात किया गया है और राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। अहमदाबाद, मोरबी, और अन्य शहरों में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। गुजरात के लोग भारी बारिश और बाढ़ से जूझ रहे हैं और प्रशासन, सेना और वायुसेना के जवान राहत कार्यों में जुटे हुए हैं, लेकिन हालात अभी भी नियंत्रण से बाहर हैं।

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