मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को खाने-पीने में नहीं है कोई विशेष रुचि

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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की माँ जसमनी देवी ने साझा किया किस्सा

रायपुर (deshabhi.com). छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के आदत-व्यवहार को लेकर उनकी माँ जसमनी देवी ने कुछ किस्से साझा किए हैं. माँ जसमनी देवी ने बताया कि अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का स्वभाव बचपन से बेहद विनम्र, मिलनसार और सादगी पूर्ण रहा है. तब भी विष्णुदेव साय उतने ही शांत स्वभाव और अच्छे व्यवहार के थे. घर में खाने पर जो मिल जाए, उसे उतने ही चाव से खा लेते थे, विष्णुदेव साय को खाने-पीने को लेकर भी कभी कोई विशेष रुचि नहीं थी.

प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के ग्राम बगिया स्थित आवास पर उनकी माता जसमनी देवी ने बताया कि विष्णुदेव देव साय का स्वभाव बचपन से ही बेहद विनम्र था. हायर सेकेंडरी की पढ़ाई के बाद ही उनकी रुचि राजनीति के माध्यम से लोगों की सेवा करने की ओर ऐसे मुड़ी कि फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.

गांव के पंच और फिर सरपंच से उन्होंने क्षेत्र के जनप्रतिनिधित्व की शुरुआत की. उन्होंने अपना दायरा बढ़ाते हुए पहले विधायक, फिर सांसद इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री और छत्तीसगढ़ भाजपा अध्यक्ष रहते हुए क्षेत्र और लोगों की समस्याओं के निराकरण का जो बीड़ा उठाया उसको लेकर घर में हमेशा लोगों का मेला लगा रहता था.

चार भाइयों में सबसे बड़े मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

प्रदेश के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की माँ जसमनी देवी बताती हैं कि उनके चार बेटों में सबसे बड़े विष्णु देव साय हैं, उनके बाद विनोद कुमार साय, ओम प्रकाश साय और जयप्रकाश साय हैं. इनमें से विनोद कुमार साय रायपुर में बिजली विभाग में अधिकारी हैं. जयप्रकाश मुंबई में भेल में नौकरी करते हैं.

श्रीमती जसमनी देवी ने बताया कि उनके एक बेटे ओमप्रकाश साय का पिछले वर्ष ही देहांत हो गया और उनकी धर्मपत्नी अब बगिया पंचायत की सरपंच हैं. इधर विष्णुदेव साय ने बचपन से ही क्षेत्र और लोगों की समस्या को आसान करने का काम किया. अब छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करेंगे.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का पैतृक घर

विष्णुदेव साय की माँ श्रीमती जसमनी देवी से जब पूछा गया कि जशपुर जिले के छोटे से गांव बगिया में किसान परिवार में जन्मे विष्णु देव साय को अब पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के रूप में मिलने पर अब उन्हें कैसा महसूस हो रहा है और वह इस क्षेत्र में किस तरह का विकास होता देखना चाहेंगे ?

इस पर मुख्यमंत्री की माता ने कहा कि उनके घर में जमाने से दीन-दुखियों और अपनी समस्या से परेशान लोगों की हमेशा एक भीड़ सी रही है, अब उनका बेटा मुख्यमंत्री है तो वह और व्यापक रूप में क्षेत्र और प्रदेश की जनता की समस्याओं का निराकरण करने बड़े स्तर पर काम करेंगे. इसको लेकर एक आनंद की अनुभूति है, अब उनका बेटा छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करेगा. इससे अच्छा और क्या हो सकता है. उन्होंने कहा की क्षेत्र में बिजली, शिक्षा, सड़कों और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर और अच्छा काम हो ऐसी उन्हें उम्मीद है.

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