शिवराज सिंह की सरकार में मोहन यादव रह चुके हैं शिक्षा मंत्री
2013 मेें पहली बार बने थे विधायक
भोपाल (deshabhi.com). मध्यप्रदेश में भी मुख्यमंत्री की तलाश खत्म हो गई है. भोपाल में विधायक दल की बैठक में मोहन यादव को विधायक दल का नेता चुना गया है. शिवराज सिंह चौहान की छुट्टी कर दी गई है. डॉ. मोहन यादव, शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं. श्री यादव संघ के करीबी भी माने जाते हैं. डॉ. मोहन यादव 2013 में पहली बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे थे.
पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में यह बैठक हुई. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कई नाम आगे चल रहे थे. इनमें मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर का नाम रेस में सबसे आगे माना जा रहा था.
बता दें कि पिछले महीने 17 नवंबर को मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी. 3 दिसंबर को सामने आए चुनावी रिजल्ट में भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटों पर जीत हासिल की है. इसके बाद लगातार मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस बना हुआ था.
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद किया ट्वीट :
डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश में विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने सबके प्रति आभार जताया. उन्होंने ट्वीट में लिखा “मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल का नेता चुनने के लिए सभी का धन्यवाद, ह्रदय से आभार। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री@JPNadda जी , आदरणीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी एवं पार्टी के समस्त नेताओं, कार्यकर्ताओं का आभार. प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम सब मिलकर मध्यप्रदेश को नई ऊँचाइयों पर लेकर जाएंगे. जय भाजपा, जय मध्य प्रदेश”
डॉ. मोहन यादव का व्यक्तिगत जीवन :
डॉ. मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को उज्जैन में पूनम चंद यादव और लीलाबाई यादव के घर हुआ था. उनकी शादी सीमा यादव से हुई है और उनके दो बेटे वैभव यादव वकील हैं और अभिमन्यु यादव मेडिसिन की पढ़ाई कर रहे हैं और एक बेटी डॉ. आकांशा यादव भी हैं.
उन्होंने उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ साइंस (बीएससी), एलएलबी, मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए), मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) और डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की डिग्री प्राप्त की है.
मोहन यादव का राजनीतिक सफर :
सन् 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव एवं 1984 में अध्यक्ष, सन् 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख, सन् 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री तथा सन् 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री बने.
सन् 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खण्ड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह एवं 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह बने. सन् 1997 में भा.ज.यु.मो. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य. सन् 1998 में पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य मनोनीत किये गये.
सन् 1999 में भाजयुमो के उज्जैन संभाग प्रभारी, सन् 2000-2003 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की कार्य परिषद के सदस्य बनाये गये. सन् 2000-2003 में भाजपा के नगर जिला महामंत्री एवं सन् 2004 में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बने. सन् 2004 में सिंहस्थ, मध्यप्रदेश की केन्द्रीय समिति के सदस्य, सन् 2004-2010 में उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा), सन् 2008 से भारत स्काउट एण्ड गाइड के जिलाध्यक्ष, सन् 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा). भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य बने.
सन् 2013-2016 में भा.ज.पा. के अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सह-संयोजक, उज्जैन के समग्र विकास हेतु अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) द्वारा महात्मा गांधी पुरस्कार और इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित, मध्यप्रदेश में पर्यटन के निरंतर विकास हेतु सन् 2011-2012 एवं 2012-2013 में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत, सन् 2013 में चौदहवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए. सन् 2018 में दूसरी बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए और 2 जुलाई, 2020 को उच्च शिक्षा मंत्री पद की शपथ ली और दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया.
डॉ. यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2023 में तीसरी बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए. डॉ. यादव को 11 दिसम्बर 2023 को राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने मुख्यमंत्री नियुक्त किया.